
Posts under ‘General’
कुल्फीवारो
धोमधुखंधे काडे में ई साईकल हलायतो
कुल्फी…मलाई कुल्फी… ईं सड फिरायतो
पाणी वारी पंजके ने डूधवारी डसके डेतो
मलाईवारी सेम्पल जो वीसको पडायतो
गामेगाम ने सेरींये सेरीयें ऊनारे धोड઼ेतो
पिंढ पसीने नांई ने बॅंके ई थधो करायतो
चोक नांके उभो रिई थोड઼ो वेसा खणेंतो
राजीपे टाबरीयें के वध्योमाल खारायतो
वडानिंढा मिणीसे रोजजो इनजो नातो
विनंधे विनंधे वसंत ई बरफ प पीरायतो
*- वसंत मारू… चीआसर*
(निंढपण जी हिकडी जाध…कुल्फीवारो)
*કુલ્ફીવારો*
ધોમધુખંધે કાડ઼ે મેં ઈ સાઈકલ હલાયતો
કુલ્ફી…મલાઈ કુલ્ફી… ઈં સડ ફિરાયતો
પાણી વારી પંજકે ને ડૂધવારી ડસકે ડેતો
મલાઈવારી સેમ્પલ જો વીસકો પડાયતો
ગામેગામ ને સેરીંયે સેરીયેં ઊનારે ધોડ઼ેતો
પિંઢ પસીને નાંઈ ને બૅંકે ઈ થધો કરાયતો
ચોક નાંકે ઉભો રિઈ થોડ઼ો વેસા ખણેંતો
રાજીપે ટાબરીયેં કે વધ્યોમાલ ખારાયતો
વડાનિંઢા મિણીસે રોજજો ઇનજો નાતો
વિનંધે વિનંધે વસંત ઈ બરફ પ પીરાયતો
*- વસંત મારૂ… ચીઆસર*
(નિંઢપણ જી હિકડ઼ી જાધ…કુલ્ફીવારો)
कच्छी कवि सम्मलेन Dombivili , पनवेल Kavi Sammelan Mumbai
कच्छ अलग राज्य भनायला आह्वान
मिणींके कच्छी भासा मेज बोलेजी अरज आय.
जय कच्छ !
पंज महत्वजा कार्य पांजे कच्छ ला
पांजी मातृभूमी कच्छ, मातृभासा कच्छी ने पांजी संस्कृति ही पांला करे अमुल्य अईं. अज कच्छ में ऊद्योगिक ने खेतीवाडी में विकास थई रयो आय. बारनूं अलग अलग भासा बोलधल माडु प कच्छमे अची ने रेला लगा अईं. हॅडे वखत मे पां पांजी भासा ने संस्कृति के संभार्यूं ही वधारे जरूरी थई व्यो आय. अमुक महत्व जा कार्य जे अज सुधी पूरा थई व्या हुणा खप्या वा ने जे अना बाकी अईं हेनमेजा जे मिणीयां वधारे महत्वजा अईं से नीचे लखांतो.
अज जे आधुनिक काल में जमाने भेरो हले जी जरूर आय. अज मडे टी.वी. ने ईंटरनेट सुधी पोजी व्यो आय. हॅडे मे पांजा कच्छी माडु कच्छी भासा मे संस्कृति दर्सन, भजन, मनोरंजन, हेल्थ जी जानकारी ने ब्यो घणें मडे नेरेला मगेंता ही सॉ टका सची गाल आय. हेनजे अभाव में पांजा छोकरा ने युवक पिंढजी ऑडखाण के पूरी रीते समजी सकें नता. खास करेने जे कच्छ जे बार रेंता हु कच्छी भासा ने संस्कृति थी अजाण थींधा वनेंता.
अज कच्छ जे स्कूल में बो भासाएँ में सखायमें अचॅतो गुजराती ने ईंग्लीस. कच्छी भासा जे पांजी मातृभाषा आय ने घणे विकसित आय ही हकडी प स्कूल नाय जेडा १ थी १० धोरण सुधी सखायमें अचींधी हुए. कच्छी भासा जे उपयोग के वधारे में अचॅ त ही कच्छीयें ला करे सारी गाल आय ने स्कूल में सखायमें अचे त हनथी सारो कोरो. भोज, गांधीघाम जॅडे सहेरें में जेडा बई कम्युनीटी ( गुजराती,सींधी,हींदीभाषी,….) जा माडु प रेंता होडा ओप्सनल कोर्स तरीके रखेमें अची सगॅतो. १ थी १० क्लास सुधीजो अभ्यासक्रम पांजा कवि, साहित्यकार ने शिक्षक मलीने लखें त हेनके स्कूल में सखायला कच्छी प्रजा मजबूत मांग करे सगॅती. जॅडीते गुजरात, महाराष्ट्र,…. मे मातृभासा जो अभ्यासक्रम त हुऍतोज.
सुभ डीयारी | डीयारी जी मिणीके जिज्यूं जिज्यूं वधाईंयू

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डीयारी आवई वला डीयारी मनायूं
एडी पिरभेजीं मा’राणी डीयारी मनायूं
हींये उमंग भरी हुंभसे पिरभ मनायूं…(२)
फटाकें जी तडाफडी…अंगण रंगोडी सजायूं
एडी पिरभेजीं मा’राणी….
जगमगाट डिसजे रंगबीरंगी बतीयूं…(२)
कंढील लगाई…डीये जी जोत जगायूं
एडी पिरभेजीं मा’राणी…..
मेवा मिठाई वला नित नवी वानीयूं…(२)
जिलेभीने फाफडेजी…मिजभानी उडायूं
एडी पिरभेजीं मा’राणी…..
धन ने लखमी जा वडा पूजन करायूं…(२)
खिली खिलाई वसंत…डीयारी मनायूं
एडी पिरभेजीं मा’राणी…
– वसंत मारू…चीआसर
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डीयारी जी मिणीके जिज्यूं जिज्यूं वधाईंयू
नॅ वरेज्यूं शुभेच्छाऊं
सुभ दसेरा ! नवरात्री २०२४ ! Shubh Navratri 2024
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||
Mata je madh ja Live darshan 2024 (www.matanamadh.org)
Mata jo madh website https://matanamadh.org/
जय माताजी !

या देवी सर्वभूतेषु विष्णुमायेति शब्दिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभेतेषु चेतनेत्यभिधीयते। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु निद्रारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षुधारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु छायारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तृष्णारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु जातिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लज्जारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
यादेवी सर्वभूतेषु श्रद्धारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु कान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु वृत्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु स्मृतिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
Navratri Vrat Recipes
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http://idiva.com/photogallery-ifood/12-vrat-special-recipes-to-prep-for-navratri/32381
मोजसें हलूतां
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मोजसें जीयूतां, ने मोजसें मिलूतां
मोजमें फिरुंतां,ने मोजसें हलूतां
न चिंधा रखूंतां, न चिंधा कडॅ खणूंतां
वेड઼ाके मान डियूंतां,ने मोजसें हलूतां
आसाउ प वडीउं, ऊथीने जगाईए
छडी पग भर्यूता,ने मोजसें हलूतां
नता पू कडॅ प लेखे जोखेजे पांपणें
थेओ ई नॅरीयूंतां,ने मोजसें हलूतां
नेईयूं वसधे मीं छले, कंधे कांत धोड઼े
असीं सडा छलूतां,ने मोजसें हलूतां
कांत ~ तुंबडी
મોજસેં હલૂતાં
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મોજસેં જીયૂતાં, ને મોજસેં મિલૂતાં
મોજમેં ફિરુંતાં,ને મોજસેં હલૂતાં
ન ચિંધા રખૂંતાં, ન ચિંધા કડૅ ખણૂંતાં
વેડ઼ાકે માન ડિયૂંતાં,ને મોજસેં હલૂતાં
આસાઉ પ વડીઉં, ઊથીને જગાઈએ
છડી પગ ભર્યૂતા,ને મોજસેં હલૂતાં
નતા પૂ કડૅ પ લેખે જોખેજે પાંપણેં
થેઓ ઈ નૅરીયૂંતાં,ને મોજસેં હલૂતાં
નેઈયૂં વસધે મીં છલે, કંધે કાંત ધોડ઼ે
અસીં સડા છલૂતાં,ને મોજસેં હલૂતાં
કાંત ~ તુંબડી