पल पोखींधे छांईं मिले,
पोखींधल थ्या न्याल जेंके
मन पोखींधे सांईं मिले
– गुलाब देढिया
પલ પોખીંધે છાંઈં મિલે,
પોખીંધલ થ્યા ન્યાલ જેં કે
મન પોખીંધે સાંઈં મિલે
– ગુલાબ દેઢિયા
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या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु निद्रारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षुधारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु छायारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तृष्णारूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु क्षान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु जातिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लज्जारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
यादेवी सर्वभूतेषु श्रद्धारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु कान्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु वृत्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु स्मृतिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
http://idiva.com/photogallery-ifood/12-vrat-special-recipes-to-prep-for-navratri/32381
ऋक्क जेड़ी नक्कर सक्कर जेड़ी सीरीवारी,
अक्कड़ अनोखी अति गति रामबाणजी,
कुछेमें कड़क कच्छी पाणीजे कड़ाके वारी,
विजजे वराके जेड़ी जोत जिंधजानजी,
ताजी घोड़ो छुटे तुटे तोपजो गलोलो तेड़ी,
“काराणी” चे चोट कच्छी वाणीजी कमानजी
:कवि काराणी
सीम न लजे मुके,
हाणे थइ मोसीबत भारी..
फोन करे पोछयो अधा के,
अधा सीम कदा आय पांजी..
अधा वठोओ ओटे गामजे,
नोटरम जमइ होइ बोरी..
फोन सोणी अधा ओपळ्यो,
लख लख जीयु दने चार गारीयुं..
ओठ जेदो थे तोय सीम
न लधे पांजी..?
थकी हारी आयो आउ पाछो,
खेळ वगरजी सीम रइ सारी..
अधा अचींधो अदो कढधो,
करींधो मगज मारी बोरी…
ब माडुंएजो भतार खाइ,
नंधरुं कयुं आउ भारी…
केजी सीम केडा ढगा केजो अधा,
रात वइ सवार ओगइ सारी..!!
कच्छजी करीयां गाल यार (२)
कच्छडो आय कमाल मुंजे
कच्छजी करीयां गाल…..(२)
आइ आशापुरा जो आय मीठडो रे मढ गाम.
कोटेश्वर जी छांइ में आय नारायण जो धाम…..कच्छजी करीयां गाल
वसे रावर पीर जत्ते वजे मठा वाज..
जीगरी हाजीपीर जुको रणमें करे राज…..कच्छजी करीयां गाल
वागड देश वल्लो माता रवेचीजो ठाम.
सुरें जो सरताज उभो आय अभडो जाम…..कच्छजी करीयां गाल
धीणोधर तां डुंगर एडो कच्छडे जो गीरनार….
भुजीयें डुंगर जेडो कत्ते झोटो नांय यार…..कच्छजी करीयां गाल
मेकणजी समाधी जत्ते मोंगा मले मान..
जाडेजा जेसल के गाराय तोरल रुडा गान…..कच्छजी करीयां गाल
कामणगारें कच्छडे जा तां सागर जेडा संत..
लोहाणे में थई व्या वलुभगत जेळा संत जे रोटलो ने ओटलो बोय दनो अन्नपूर्णा स्वऋप देवी ऋक्षमणि संग….
देव ता बरें डसी एडा पांजां संप…..
कच्छजी करीयां गाल
केडी करीयां गाल अंइ अच्चो हकडी वार…
लखे के लगेतो कच्छ अवध जो अवतार….कच्छजी करीयां गाल
!! जय कच्छ !!