ॐ गं गणपतये नमः
गणपति बापा मिणींजी मनोकामना पुरी करीयें ही सुभेच्छा |
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ गं गणपतये नमः
साइंस एक्सप्रेस ट्रेन भोजमे Science Express train in Bhojh , Kachchh from (25 to 27 Aug 2017)
साइंस एक्सप्रेस ट्रेन भोजमे (25 to 27 Aug 2017)
Website :http://www.sciencexpress.in/
वनायों
रीसु रंगुं करे ने हक वनायों
वख वेर करे ने मोभो वनायों
वखीले जो साॅणी ने घर वनायों
अकल वगर जेजी सलाह मनी ने मगज वनायों
नोरेसे सबंध फटाये ने आराम वनायों
नीती खटल करे ने पैसो वनायों
कुटुंब से झगडा करे ने भाव वनायों
देश से गधारी करे नै झमीर वनायों
पोय करीबो करे ने टाइम वनायों
टाइम कढाणु त टगुं वनायों
हाणे वनेता सत्संग साॅणेंला त कन वनायों.
वख वेर करे ने मोभो वनायों
वखीले जो साॅणी ने घर वनायों
अकल वगर जेजी सलाह मनी ने मगज वनायों
नोरेसे सबंध फटाये ने आराम वनायों
नीती खटल करे ने पैसो वनायों
कुटुंब से झगडा करे ने भाव वनायों
देश से गधारी करे नै झमीर वनायों
पोय करीबो करे ने टाइम वनायों
टाइम कढाणु त टगुं वनायों
हाणे वनेता सत्संग साॅणेंला त कन वनायों.
:कवि हरेश नेंणशी भद्रा
जॉक्स : सफरजन वेंकेला…
जमाई सावरें घरवारी के कोठे ला व्यो…
नेकर्या तेर सस एकावन ऋपीया सोखडी डेने…
जमाई (रस्ते में) : जानु तोजी मम्मी ला… हेकडो सो एंसी जा सफरजन गेनी आयो हो… थोडो त ख्याल क्यो खपे जमाई अईंया आ….. ठला एकावन ऋपीया…. !!!
घरवारी (खार में) : ही वरी कोरो !!! जान…हेतरी गाल ला तोके…. चटे वेई.. मुजी मम्मी ला कीं प न बोलेजो हा……
तुं मुके कोठेला आवे होय क….
सफरजन वेंकेला…..
नेकर्या तेर सस एकावन ऋपीया सोखडी डेने…
जमाई (रस्ते में) : जानु तोजी मम्मी ला… हेकडो सो एंसी जा सफरजन गेनी आयो हो… थोडो त ख्याल क्यो खपे जमाई अईंया आ….. ठला एकावन ऋपीया…. !!!
घरवारी (खार में) : ही वरी कोरो !!! जान…हेतरी गाल ला तोके…. चटे वेई.. मुजी मम्मी ला कीं प न बोलेजो हा……
तुं मुके कोठेला आवे होय क….
सफरजन वेंकेला…..
Reference: Whatsapp
लिखेल डिस
मालकजा तुं ही खेल डिस
कित भुंगा कित मेल डिस
पंज माड़जी अंइ मेणियुं
कितक घर नं प जेल डिस
कित मिट्टीजा माटी माटला
कितक त्रांमेजी हेल डिस
केंजा अगड़ी वारा लुगड़ा
केंजा त भरत भरेल डिस
केंजी लुडेती फांध अगिया
केंजीक सटुकड़ी चेल डिस
कोक हलेता पगे उघाडा
केंजीक माफारी वेल डिस
कोक डिसजे सुजाग बोरा
कोक गाभा कां गाफेल डिस
किते कागडेजो किकराट वे
कितक मोर भेरी ढेल डिस
कितक खावजे घे से केला
कोक सिकें टीपो तेल डिस
लिखधा रो त घणे लखाजे
‘धुफारी’जी ही लिखेल डिस
कित भुंगा कित मेल डिस
पंज माड़जी अंइ मेणियुं
कितक घर नं प जेल डिस
कित मिट्टीजा माटी माटला
कितक त्रांमेजी हेल डिस
केंजा अगड़ी वारा लुगड़ा
केंजा त भरत भरेल डिस
केंजी लुडेती फांध अगिया
केंजीक सटुकड़ी चेल डिस
कोक हलेता पगे उघाडा
केंजीक माफारी वेल डिस
कोक डिसजे सुजाग बोरा
कोक गाभा कां गाफेल डिस
किते कागडेजो किकराट वे
कितक मोर भेरी ढेल डिस
कितक खावजे घे से केला
कोक सिकें टीपो तेल डिस
लिखधा रो त घणे लखाजे
‘धुफारी’जी ही लिखेल डिस
Reference: Kachchhi.wordpress.com
कच्छी भासा अतरे
कच्छी भासा अतरे……?
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ऋक्क जेड़ी नक्कर सक्कर जेड़ी सीरीवारी,
अक्कड़ अनोखी अति गति रामबाणजी,
कुछेमें कड़क कच्छी पाणीजे कड़ाके वारी,
विजजे वराके जेड़ी जोत जिंधजानजी,
ताजी घोड़ो छुटे तुटे तोपजो गलोलो तेड़ी,
“काराणी” चे चोट कच्छी वाणीजी कमानजी
:कवि काराणी
अधा जो आशरो
*हो अधा जो आशरो*
*ने छांइ बाइ जे छाल जी..*
*हो जानी जींयण ऊ सचो*
*चिंधा न हुइ काल जी..*
*ने छांइ बाइ जे छाल जी..*
*हो जानी जींयण ऊ सचो*
*चिंधा न हुइ काल जी..*
सवार ओगइ सारी… :)
ढगा जोपाया सीम ला,
मथे वधा भतार भारी…
मथे वधा भतार भारी…
सीम न लजे मुके,
हाणे थइ मोसीबत भारी..
फोन करे पोछयो अधा के,
अधा सीम कदा आय पांजी..
अधा वठोओ ओटे गामजे,
नोटरम जमइ होइ बोरी..
फोन सोणी अधा ओपळ्यो,
लख लख जीयु दने चार गारीयुं..
ओठ जेदो थे तोय सीम
न लधे पांजी..?
थकी हारी आयो आउ पाछो,
खेळ वगरजी सीम रइ सारी..
अधा अचींधो अदो कढधो,
करींधो मगज मारी बोरी…
ब माडुंएजो भतार खाइ,
नंधरुं कयुं आउ भारी…
केजी सीम केडा ढगा केजो अधा,
रात वइ सवार ओगइ सारी..!!
Reference : Whatsapp


