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कच्छीमे पंज डीं श्रीमद् प्रज्ञा पुराण कथा
कच्छजी करीयां गाल
कच्छजी करीयां गाल यार (२)
कच्छडो आय कमाल मुंजे
कच्छजी करीयां गाल…..(२)
आइ आशापुरा जो आय मीठडो रे मढ गाम.
कोटेश्वर जी छांइ में आय नारायण जो धाम…..कच्छजी करीयां गाल
वसे रावर पीर जत्ते वजे मठा वाज..
जीगरी हाजीपीर जुको रणमें करे राज…..कच्छजी करीयां गाल
वागड देश वल्लो माता रवेचीजो ठाम.
सुरें जो सरताज उभो आय अभडो जाम…..कच्छजी करीयां गाल
धीणोधर तां डुंगर एडो कच्छडे जो गीरनार….
भुजीयें डुंगर जेडो कत्ते झोटो नांय यार…..कच्छजी करीयां गाल
मेकणजी समाधी जत्ते मोंगा मले मान..
जाडेजा जेसल के गाराय तोरल रुडा गान…..कच्छजी करीयां गाल
कामणगारें कच्छडे जा तां सागर जेडा संत..
लोहाणे में थई व्या वलुभगत जेळा संत जे रोटलो ने ओटलो बोय दनो अन्नपूर्णा स्वऋप देवी ऋक्षमणि संग….
देव ता बरें डसी एडा पांजां संप…..
कच्छजी करीयां गाल
केडी करीयां गाल अंइ अच्चो हकडी वार…
लखे के लगेतो कच्छ अवध जो अवतार….कच्छजी करीयां गाल
!! जय कच्छ !!
कच्छी शायरी जी जलक
ने व्यसन वारा भा नकांमां,
प्राण वगर जी काया नकांमी,
ने मर्ये पोय ही मळे माया नकांमी
लागणीं वगर जा माडु नकांमां
ने नीती वगर जा नाणां नकांमां
मकान वगर जी बारी नकांमी,
ने अाखो डीं वोट्सअेप मे चोटी हुए
हेडी बायडी नकामी
विनय वगर जो ऋप नकांमु,
अने पां वगर ही ग्रुप नकांमु …
आगम वाणी
श्री मामैयदेवजी भविष्यवाणी सची पई रई आय हॅडो लगेतो :
[१]कुंवर विकनींडा काठीयुं,
रा विकनींडा घाह,
‘मामै मातंग, चे,
नाणे विकंधा न्याह.
[२] खचरडा खीर खायेंदा,
तगडा थींदा ताजी,
वडा माडु वेही रोंधा,
पूंछा ईंधा पाजी.
[३]सनेजीवेजी शरम न रोंधी,
न रोंधी मनमें मेर,
धन खर्चे धर्मी चवांधा,
कंधा वडे से वेर.
[४]मेडीयुं पाडे ने मारग थिन्दा,
कबरमें थीन्दा घर,
अस्त्री वेंधी तखत पे,
जाळी लोदिन्डे नर.
[५]शाह छडिन्धा शाहपणुं,
सच्च छडिन्धा शेठ,
भामण भणन छडिन्धा,
जाडेजा कंधा वेठ.
[६]भुख माडु ते भड ध्रिजंदा,
शियाळे ध्रिजंदा सीं,
पे ध्रिजंदा पुतरते,
हेडा अच्चेंन्धा डी.
ध्यान थी वाचिजा भला
*ध्यान थी वांचिजा भला*
*वॅर*
*वैभव*
*व्यसन*
*अने व्याज*
*व्हाला थई ने*
*करिंधा ताराज*
*हिनिंके वधारिंधा त*
*वनाइंधा लाज*
*अने घटाडिंधा त*
*करिंधा राज*
मिणींके हॅप्पी होरी !
BOOK LAUNCH PROG “RAGHAV DARPAN”
THREE GENERATIONS OF KAVI VIZ. KAVI RAGHAV, KAVI MADHAV,AND KAVI “KHILMAST”. THE PROG WAS AT MULUND ON 24/02/2017 TO LAUNCH THE BOOK COMPILING OF ALL THE ABOVE POETS WORKS IN A BOOK “RAHAV DARPAN”…..
THE BOOK WAS LAUNCHED BY DR. VISHAN NAGDA. THE CHEIF GUEST WERE MR.VISHANJI HARSHI GALA.(DUMRA).
THE KAVI NARAYAN JOSHI KARAYAL” AND OTHER PROMINENT POETS WERE ALSO PRESENT ON THIS OCCASION.
हेकडा करोडें …
ब्या लखें में कोछेंता
त्रेया हजारें में कोछेंता
जेर भोख लगेती पेटमे तॅर
ही मडे मानीला लोछेंता !


